ध्रुव के फूल गंगाजल के सामान हैं!
ध्रुव के फूल और पौधे
भगवान शिव की पूजा ऐसी सामग्रियों से की जाती है जो सर्वसुलभ होती हैं। ऐसे पुष्प, ऐसी पत्तियाँ और ऐसी औषधियाँ जो आसानी से मिल जाती हैं वे शिवपूजा में प्रयुक्त होती हैं। जैसे दूब घास (दूर्वा दल), धतूरा के फूल, आक के फूल, भांग, कनेर के फूल, बिल्वपत्र (बेलपत्ते), भस्म, आदि। इसीलिए तो भगवान शिव को साधारण मनुष्यों का देवता कहा जाता है, महादेव कहा जाता है। साधारण सी चीज से परन्तु भक्ति भाव से पूजा करो तो तुरंत ही प्रसन्न होने वाले महादेव आशुतोष भी कहलाते हैं। ये सामग्रियाँ बड़ी आसानी से आस -पास, सड़क किनारे, फुलवारी, बगीचे में मिल जाती हैं। इन्हें कोई लगता नहीं, आप ही उगती हैं।
बोल्डर पिचिंग में उगा ध्रुव का पौधा |
ऐसा ही एक फूल है - ध्रुव का फूल। स्वयं से उगने वाले इस फूल को कम ही लोग जानते हैं और इसके महत्व को तो और भी कम लोग जानते हैं। पूरी तरह से सफ़ेद ये फूल बहुत ही छोटे - छोटे होते हैं। इसके पौधे अधिकतम ढाई - तीन फ़ीट तक के होते हैं, तुलसी के पौधों की तरह।पौधे के तने में कुछ कुछ दूरी पर गोल बल्ब जैसे बनावट में ध्रुव के छोटे छोटे फूल खिलते हैं।
अन्य पौधों के बीच उगा ध्रुव का पौधा |
ध्रुव के फूल महादेव को बहुत ही प्रिय हैं। कहा जाता है कि जितना पुण्य गंगाजल को शिवलिंग पर डालने का होता है उतना ही पुण्य ध्रुव के फूल को शिवलिंग पर चढाने का होता है। जानकारी के अभाव में यह पुष्प अभी उतना लोकप्रिय नहीं हुआ है अन्यथा ये फूल भी मालाकारों की दूकान में उपलब्ध होते। इसके पौधे और फूल को सभी पहचानें इसके लिए कुछ चित्र भी इस ब्लॉग पोस्ट में दिए जा रहे हैं।
इस फूल के साथ मेरी दादी माँ की यादें जुड़ी हुई हैं। उन्होंने ही इस फूल की पहचान मुझे कराई थी। जब स्कूल की छुट्टियों में गॉव जाता तो पूजा के समय यह फूल लाने के लिए कहतीं और मैं ख़ुशी ख़ुशी बारी (किचन गार्डन) में जाकर ध्रुव के फूल ले आता। अब भी जब इसे देखता हूँ उनकी याद आती है और ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति की विनती करता हूँ।
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What's Dhruva flowers uses
ReplyDeleteThese flowers are offered to Shiva during His worship because it is liked by Him just like Gangajal.
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